नेता ने मंच पर जातिगत टिप्पणी करके जलील किया, दलित अधिकारी ने खुदकुशी कर ली


नेता ने मंच पर जातिगत टिप्पणी करके जलील किया, दलित अधिकारी ने खुदकुशी कर ली


यूपी के लखीमपुर जिले में भारतीय किसान यूनियन लोकतांत्रिक के अध्यक्ष राकेश चौहान ने ग्राम विकास अधिकारी त्रिवेंद्र कुमार को अपमानित किया


लखनऊ: 


यूपी के लखीमपुर जिले में किसान यूनियन के एक नेता ने किसान पंचायत के मंच पर एक शेड्यूल्ड कास्ट अफ़सर को इतना ज़लील किया कि उसने खुदकुशी कर ली. किसान नेता ने अफ़सर को जूते मारने और आंख निकल लेने की धमकी दी. और उससे सवाल किया कि क्या तुम्हें आरक्षण से नौकरी मिली है? अपने  सुसाइड नोट में अफ़सर ने इसके लिए नेता को जिम्मेदार ठहराया है. किसान पंचायत के मंच पर किसान नेता ने ग्राम विकास अधिकारी त्रिवेंद्र कुमार को ज़लील किया. इस पर उन्होंने आत्महत्या कर ली|


भारतीय किसान यूनियन लोकतांत्रिक के अध्यक्ष राकेश चौहान ने अधिकारी से कहा कि 'घूस देकर आए हो कि आरक्षण से आए हो? कोरम जिले का पूरा होना चाहिए. कामचोर,नालायक, नकारा, निकम्मे...गरीब किसान मजदूरों को उल्टा परेशान करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को जूते मारकर नौकरी से बाहर किया जाएगा. काम भी नहीं करोगे…नौकरी भी सरकार की लोगे..और उसके बाद जब बात पड़ेगी तो आंखें निकलवाकर सड़क पर फिंकवा दूंगा.'


जितनी देर किसान पंचायत होती रही, ग्राम विकास अधिकारी त्रिवेंद्र कुमार को मंच पर खड़ा करके ज़लील किया जाता रहा. अपने सुसाइड नोट में उन्होंने लिखा है कि 'मुझे किसान यूनियन और कुछ प्रधान बहुत परेशान कर रहे हैं. मुझे गंदी गालियां देते हैं और आरक्षण के खिलाफ बोलते हैं. मैं अब जिंदगी से परेशान हो गया हूं. मेरी मौत के लिए किसान यूनियन के अध्यक्ष और रासूलपुर और देवरिया गांवों के प्रधान जिम्मेदार हैं. मेरे जान दे देने के बाद शायद वे दूसरों को परेशान न करें|